अंधे ज्यादा या नैनों वाले।

10

अगले दिन सुबह बीरबल बीच बाज़ार में बैठ गए। खटिया बीनने लगे। साथ में दो मुलाज़िम भी कागज़ क़लम-दवात सहि

Read this post on 2290dee.blogspot.com


Vir Vinod Chhabra

blogs from Lucknow