खुल के मुस्कुरा ले तू, दर्द को शर्माने दे...बूँदों को धरती पर साज एक बजाने दे Khul Ke Muskura Le Tu

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जब गीत एक कविता की तरह बह उठे तो मन आनंद से भर उठता है। प्रसून जोशी का लिखा ये गीत उदासी के बीच एक उम

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Manish Kumar

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