अग्निर्यथैको भुवनं प्रविष्ठो … – आत्मा की व्यापकता पर कठोपनिषद्‍ के वचन

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वेदों का दर्शनिक पक्ष उपनिषदों में पढ़ने को मिलता है। विभिन्न उपनिषदों में परब्रह्म अथवा परमात्म

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Yogendra Joshi

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