Hindi Poetry, मेरी कविताए, My Poems मैं रुकना नहीं चाहती पर रुक जाना चाहती हूंमैं वहांँ रुकी थी कुछ पल,जहां मुझे बसकुछ पल से थोड़ा कम रुकना थाअब मैं भाग आई हूँवहांं से जहांमुझे कुछ और पल रुकना था ~ आयुषी
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