सर्वे भवतु सुखिना , सर्वे सन्तु निरामया पेड़ पौधे पशु पक्षी सब खुश नज़र आते हैं मयूर पंख फैला कर नाचता है चारों तरफ हरियाली ही हरियाली होती है यही चातुर्मास का आरम्भ है शिवजी इस सुन्दर सुहानी धरती क…
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