मालिक की आज्ञा से मैंने वो थैली उठा ली उसे खोलने पर पता चला कि, उसके अंदर बेर के आकार के दो अति-आकर्षक हीरे चमक रहे थे। चूंकि हीरे मंदिर में पाए गए थे इसलिए उन पर राज्य का ही अधिकार था, परन्तु मेरे मालिक ने लालचवश मुझसे ये बात किसी को भी बताने से मना कर दिया और कहा कि, हम दोनों यात्रा समाप्ति के बाद इसमें से एक-एक हीरा रख लेंगे।