धूप में तुझसे ठंडक, सर्द में तुझसे राहत रूह की तुम शिद्दत, आह की तुम चाहत दवा दवा में तू है, ज़फा ज़फा में तू है सफ़ा सफ़ा में तू है, मेरे ख़ुदा मेरे ख़ुदा इश्क़ सोहबत जैसे वफ़ा, इश्क़ फितरत जैसे नशा ओ हीरिये मेरी सुन ज़रा है इश्क मेरा सरफिरा फ़साना
Read this post on ek-shaam-mere-naam.in