#568. मेरी कलम… (Meri Kalam…)

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(Hindi Shayri Image) कुछ किस्से है सुनाने को, मेरी कलम तैयार है दौड़ जाने को। कल तक जो दबी थी कहानियाँ बीज...

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Mayank Bhatt

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