ग़ज़ल: जिनके लिए लड़ती है उनकी माँ की दुआएँ

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उल्फत में इस तरह से निखर जाएंगे एक दिनहम तेरी मौहब्बत में संवर जाएंगे एक दिनएक तेरा स&#...

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Shah Nawaz

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