सफलता की सीढ़ी अकेले ही चढ़नी होती हैं, लोग तो सफल होने पर साथ आते हैं, सफलता के लिए किसी का इंतज़ार मत करो, अपने काम में लगे रहो, और पीछे मुड कर मत देखो, हो सकता हैं कि शुरुआत में असफलता हाथ लगे परन्तु बिना डरे, बिना थके बस जुनूनी की तरह लगे रहो, यही मेरे अनुसार यही एक सफलता का मंत्र हैं जो हर फील्ड और परिस्थति में काम करता हैं।