अगली तनख्वाह हिंदी कविता - सीमित पंक्तियों में बहुत कुछ कहती है।

3

पापा की अगली तनख्वाह। पढ़िये यह सुन्दर हिंदी कविता जो यह बखूबी समझाती है कि किस कदर एक व्यक्ति पर परिवार की सभी इच्छाओं को पूरा करने का दारोमदार होता था।

Read this post on pakheru.com


Ravi Prakash Sharma

blogs from Kolkata

Recommended for you