जो करेगा ऊपर वाला ही करेगा. उसकी मर्ज़ी के बिना कुछ नहीं होगा. जो होगा वक़्त से ही होगा. तो फिर क्या किया जाए- हाथ पर हाथ रख कर बैठा जाए. ...
Read this post on deshnama.com